YouTube, चुनाव से जुड़े उस कॉन्टेंट को कैसे हटाता है जो नीति का उल्लंघन करता है?
YouTube के कम्यूनिटी दिशा-निर्देशों में साफ़ तौर पर बताया गया है कि YouTube पर किस तरह का कॉन्टेंट अपलोड करने की अनुमति नहीं है. इनमें यह भी बताया गया है कि इन नीतियों का उल्लंघन करने वाले कॉन्टेंट को हटा दिया जाता है.
चुनाव से जुड़ी गलत जानकारी को रोकने के लिए बनी नीतियों में ये शामिल हैं:
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वोटर पर दबाव डालना - ऐसे कॉन्टेंट पर पाबंदी लगाई जाती है जिसमें लोगों को मतदान के समय, जगह, साधन या ज़रूरी शर्तों के बारे में गलत जानकारी दी गई हो. इसके अलावा, जिसका मकसद झूठे दावे करके लोगों को वोट न देने के लिए उकसाना हो. उदाहरण के लिए, किसी वीडियो में दर्शकों को यह बताना कि वे गलत तरीकों से वोट दे सकते हैं. जैसे, किसी खास नंबर पर मैसेज करके अपना वोट देना.
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उम्मीदवार के लिए ज़रूरी शर्तें - ऐसे कॉन्टेंट पर पाबंदी लगाई जाती है जिसमें मौजूदा राजनैतिक उम्मीदवारों और सरकारी अधिकारियों के बारे में झूठे दावे किए गए हों और यह बताया गया हो कि वे उम्मीदवार बनने या पद पर बने रहने की ज़रूरी शर्तें पूरी नहीं करते. उम्मीदवारी के लिए ज़रूरी शर्तें, देश में लागू कानून से तय होती हैं. इसमें उम्मीदवार की उम्र, नागरिकता, और उसके ज़िंदा या मृत होने की जानकारी शामिल है.
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लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं में रुकावट डालने के लिए उकसाना - ऐसे कॉन्टेंट पर पाबंद लगाई जाती है जिसमें दूसरों को लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं में रुकावट डालने के लिए उकसाया गया हो. जैसे, मतदान में रुकावट डालना या उसका विरोध करना.
कम्यूनिटी दिशा-निर्देश, हर तरह के कॉन्टेंट पर लागू होते हैं. जैसे, चुनाव से जुड़ा कॉन्टेंट. इन दिशा-निर्देशों में ये शामिल हैं:
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उत्पीड़न के ख़िलाफ़ बनी नीति - उत्पीड़न और इंटरनेट पर धमकी देने के मकसद से बनाए गए कॉन्टेंट के ख़िलाफ़ बनी हमारी नीतियों के तहत, ऐसा कॉन्टेंट पोस्ट करने की अनुमति नहीं है जिसमें चुनाव कर्मचारियों, उम्मीदवारों या मतदाताओं को धमकी दी गई हो.
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नफ़रत फैलाने वाली भाषा से जुड़ी नीति - नफ़रत फैलाने वाली भाषा से जुड़ी हमारी नीतियों के तहत, ऐसा कॉन्टेंट पोस्ट करने की अनुमति नहीं है जिसमें कुछ खास विशेषताओं के आधार पर, किसी व्यक्ति या ग्रुप के ख़िलाफ़ हिंसा या नफ़रत को बढ़ावा दिया गया हो. उदाहरण के लिए, ऐसा कॉन्टेंट जिसमें राजनैतिक रैली में शामिल किसी व्यक्ति को, सुरक्षित स्थिति वाले ग्रुप के साथ अमानवीय बर्ताव करते हुए दिखाया गया हो. इन स्थितियों में नस्ल, धर्म या सेक्शुअल ओरिएंटेशन (यौन रुझान) शामिल हैं.
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गुमराह करने वाला कॉन्टेंट - ऐसे कॉन्टेंट पर पाबंदी लगाई जाती है जिसमें तकनीकी तौर पर छेड़छाड़ की गई हो या जिसे जोड़-तोड़ कर बनाया गया हो (ऐसी क्लिप जिनमें सही संदर्भ न बताया गया हो) और जिससे लोगों के गुमराह होने या उन्हें बहुत गंभीर नुकसान या चोट का खतरा हो. उदाहरण के लिए, ऐसा फ़ुटेज जिसमें तकनीकी तौर पर छेड़छाड़ करके, किसी सरकारी पद के उम्मीदवार के चुनाव में हिस्सा न लेने का झूठा दावा किया गया हो.
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गलत जानकारी देने वाला कॉन्टेंट - गलत जानकारी को रोकने के लिए बनी हमारी नीतियों के तहत, ऐसा कॉन्टेंट पोस्ट करने की अनुमति नहीं है जिसमें झूठा दावा करके किसी पुरानी घटना के फु़टेज को हाल ही का बताया गया हो और उससे बहुत गंभीर नुकसान या चोट का खतरा हो. उदाहरण के लिए, ऐसा वीडियो जिसमें किसी देश के राष्ट्रपति को हिंसक विरोध का समर्थन करते हुए दिखाया गया हो, जबकि असल में ऐसा कभी हुआ ही न हो.
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हिंसा दिखाने या दिल दहलाने वाले कॉन्टेंट से जुड़ी नीति - हिंसक या दिल दहलाने वाले कॉन्टेंट के ख़िलाफ़ बनी हमारी नीतियों के तहत, ऐसा कॉन्टेंट पोस्ट करने की अनुमति नहीं है जिसमें दूसरों को हिंसक गतिविधियां करने के लिए उकसाया गया हो. जैसे, चुनाव कर्मचारियों, उम्मीदवारों या मतदाताओं को टारगेट करने के मकसद से दिखाई गई गतिविधियां.
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झूठी पहचान बताने या उसे इस्तेमाल करने के मामले में लागू होने वाली नीति - झूठी पहचान बताने या इस्तेमाल करने के मामले में लागू होने वाली हमारी नीति के तहत, ऐसा कॉन्टेंट पोस्ट करने की अनुमति नहीं है जिसमें किसी व्यक्ति या चैनल की पहचान का इस्तेमाल किया गया हो. जैसे, कोई राजनैतिक उम्मीदवार या उसकी राजनैतिक पार्टी.
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स्पैम, गुमराह करने वाली गतिविधियों, और धोखाधड़ी रोकने के लिए बनी नीतियां - गुमराह करने वाले ऐसे कॉन्टेंट पर पाबंदी है जिसका मकसद YouTube का इस्तेमाल करने वालों का गलत फ़ायदा उठाना हो.
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बाहरी लिंक इस्तेमाल करने के लिए बनी नीति - ऐसा कॉन्टेंट जिसमें हमारी नीतियों का उल्लंघन करने वाले कॉन्टेंट के बाहरी लिंक शामिल हों और उनसे बहुत गंभीर नुकसान या चोट का खतरा हो. जैसे: चुनाव से जुड़ा ऐसा कॉन्टेंट दिखाना जो गुमराह करने और धोखाधड़ी वाला हो, सुरक्षित ग्रुप को निशाना बनाकर उनके ख़िलाफ़ नफ़रत फैलाने वाली भाषा का इस्तेमाल करना या चुनाव कर्मचारियों, उम्मीदवारों या मतदाताओं का उत्पीड़न करना. इस तरह के कॉन्टेंट में ये चीज़ें भी शामिल हो सकती हैं: क्लिक किए जा सकने वाले यूआरएल, वीडियो में लोगों को दूसरी साइटों पर जाने के लिए कहना, और लिंक शेयर करने के अन्य तरीकों का इस्तेमाल करना.
हमारी नीति का उल्लंघन करने के बावजूद, कभी-कभी वीडियो को YouTube से नहीं हटाया जाता. ऐसा इसलिए, क्योंकि उन्हें शिक्षा, डॉक्यूमेंट्री, विज्ञान या कला (ईडीएसए) के मकसद से बनाया गया होता है.
किसी वीडियो को ईडीएसए कैटगरी में रखा जा सकता है या नहीं, यह पता करने के लिए हम कई चीज़ों को ध्यान में रखते हैं. जैसे, वीडियो का टाइटल, ब्यौरा, और वीडियो के ऑडियो या तस्वीरों में दिया गया संदर्भ. उदाहरण के लिए, इस तरह के मामले में हो सकता है कि कॉन्टेंट को ईडीएसए कैटगरी में शामिल किया जाए: ऐसा वीडियो जिसमें कोई व्यक्ति झूठा दावा करता हो कि एक तय सीमा से ज़्यादा उम्र के लोगों को लोकतांत्रिक चुनाव में वोट देने की अनुमति नहीं है. हालांकि, वीडियो, उसके ऑडियो, टाइटल या ब्यौरे में यह भी बताया गया हो कि यह दावा झूठा है.
चुनाव के बारे में एआई से जनरेट की गई गलत जानकारी को रोकना
YouTube का फ़ोकस हमेशा से ही जनरेटिव एआई की वजह से आने वाली चुनौतियों का सामना करने पर रहा है. हालांकि, हम यह भी जानते हैं कि एआई से नए-नए खतरे पैदा हो सकते हैं. जैसे, बुरे मकसद से काम करने वाले लोग या ग्रुप चुनाव के दौरान एआई का गलत फ़ायदा उठा सकते हैं. एआई से दर्शकों को गुमराह करने वाला कॉन्टेंट बनाया जा सकता है. ऐसा खास तौर पर तब किया जा सकता है, जब दर्शक इस बात से अनजान हों कि वीडियो में बदलाव किए गए हैं या उसे एआई से बनाया गया है. इस समस्या का समाधान करने और दर्शकों को यह जानकारी देने के लिए कि देखा जा रहा कॉन्टेंट एआई से जनरेट किया गया है, हम ये अपडेट लागू करेंगे:
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क्रिएटर को कॉन्टेंट की जानकारी देनी होगी: अगर क्रिएटर्स ने ओरिजनल कॉन्टेंट में बदलाव करके या एआई से नया कॉन्टेंट बनाया है, तो उन्हें इस बात की जानकारी देनी होगी. यह बात, एआई टूल से बनाए गए कॉन्टेंट पर भी लागू होती है. इसमें चुनाव से जुड़ा कॉन्टेंट शामिल है.
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लेबलिंग: हम ओरिजनल कॉन्टेंट में बदलाव करके या एआई से बनाए गए ऐसे कॉन्टेंट पर लेबल जोड़ेंगे जो हमारी नीतियों का उल्लंघन नहीं करता. इससे दर्शकों को साफ़ तौर पर जानकारी मिल पाएगी कि कॉन्टेंट को बदलाव करके या एआई से बनाया गया है. चुनाव से जुड़े कॉन्टेंट के लिए, यह लेबल वीडियो प्लेयर और वीडियो के ब्यौरे में दिखेगा. इस बात से कोई फ़र्क़ नहीं पड़ता है कि उस वीडियो के कॉन्टेंट में क्या राजनैतिक नज़रिया दिखाया गया है, कौनसी भाषा का इस्तेमाल किया गया है या उसका क्रिएटर कौन है.
आने वाली नई समस्याओं से बचना
हमने जिस कॉन्टेंट पर पहले से पाबंदी लगाई है उसके अलावा, नीति का उल्लंघन करने वाले अन्य कॉन्टेंट को जल्द से जल्द हटाने के लिए, ज़रूरी है कि हमें नई समस्याओं के बारे में पता हो. हमने नई समस्याओं के प्लैटफ़ॉर्म पर पहुंचने या बड़े पैमाने पर फैलने से रोकने के लिए, खास तरह की कुछ प्रोसेस तैयार की हैं. इनकी मदद से हमारी टीमें, प्लैटफ़ॉर्म पर मौजूद ऐसे कॉन्टेंट पर नज़र रख पाएंगी.
साल 2018 में हमने इंटेलिजेंस डेस्क बनाया. यह YouTube की इंटरनल टीम है. यह आपत्तिजनक कॉन्टेंट और ऐसी गतिविधियों पर नज़र रखती है जो समस्या पैदा कर सकती हैं. इससे ऐसी समस्याओं को जल्द हल करने में मदद मिलती है.
इसके अलावा, YouTube पर गलत जानकारी फैलाने के लिए की जाने वाली कार्रवाइयों को रोकने के लिए, हम Google के थ्रेट ऐनलिसिस ग्रुप (टीएजी) के साथ मिलकर काम करते हैं, ताकि हम उन चैनलों और खातों को बंद कर पाएं जिन पर ये कार्रवाइयां की जा रही हैं. जैसे, चुनावी प्रक्रिया में रुकावट डालने के लिए सरकार की सहमति से होने वाले हमले. टीएजी के ज़रिए, हम कानून लागू करने वालों और इंडस्ट्री पार्टनर के साथ इंटेलिजेंस, सबसे सही तरीके, और खतरों से जुड़ी जानकारी शेयर करते हैं. टीएजी, YouTube जैसे Google प्लैटफ़ॉर्म पर गलत जानकारी फैलाने के लिए की जाने वाली कार्रवाइयों की जानकारी अपने बुलेटिन में ज़ाहिर करता है. यह हर महीने उपलब्ध होता है.
YouTube, चुनाव के बारे में भरोसेमंद स्रोतों से मिलने वाली जानकारी को कैसे बढ़ावा देता है?
नागरिकों की सहभागिता और चुनाव जैसे विषयों और खबरों से जुड़े कॉन्टेंट को दिखाने के लिए ज़रूरी है कि स्रोत कितना भरोसेमंद है और उससे मिली जानकारी कितनी सटीक है. यही वजह है कि हमने सुझाव देने वाले अपने सिस्टम में “भरोसेमंद” शब्द जोड़ा. जब लोग YouTube पर चुनाव से जुड़ा कॉन्टेंट खोजते हैं या देखते हैं, तो सुझाव देने वाले हमारा सिस्टम खोज के नतीजों, होम पेज, और “अगला वीडियो” पैनल में मुख्य रूप से भरोसेमंद कॉन्टेंट दिखाता है.
स्रोत के भरोसेमंद होने का पता लगाने के लिए, हम कई सिग्नल इस्तेमाल करते हैं. जैसे, कॉन्टेंट कितने काम का है और कब का है. इसमें हम स्रोत की विशेषज्ञता को भी ध्यान में रखते हैं. इससे हमें यह तय करने में मदद मिलती है कि खबरों के अपने आधिकारिक प्लैटफ़ॉर्म पर किस तरह का कॉन्टेंट दिखाना है. इसके अलावा, वीडियो में दी गई जानकारी कितनी सटीक है, यह जानने के लिए हम रेटिंग देने वाले बाहरी समीक्षकों और विशेषज्ञों की अहम राय भी लेते हैं. ये समीक्षक दुनिया भर की अलग-अलग जगहों से होते हैं और इन्हें सार्वजनिक तौर पर उपलब्ध रेटिंग देने से जुड़े हमारे दिशा-निर्देशों के बारे में ट्रेनिंग मिली होती है.
खबरों से जुड़ी सुविधाएं, चुनाव के बारे में भरोसेमंद स्रोतों से मिली जानकारी को बढ़ावा देने में मदद करती हैं
इनकी उपलब्धता देश/इलाके के हिसाब से अलग-अलग हो सकती है
YouTube पर प्रॉडक्ट से जुड़ी इन सुविधाओं की मदद से भरोसेमंद स्रोतों से मिली खबरों को बढ़ावा देने में मदद मिलती है:
YouTube पर खबरों के लिए वॉच पेज
हमने YouTube पर एक वॉच पेज लॉन्च किया है. इससे दर्शक किसी खबर के अलग-अलग पहलुओं को जान सकेंगे और दुनिया भर में चल रही गतिविधियों के बारे में अपनी राय दे पाएंगे. इस पेज पर शामिल खबरें अलग-अलग और भरोसेमंद स्रोतों से जुटाई जाती हैं.
होम पेज पर 'ताज़ा खबरें' शेल्फ़
जब भी कोई बड़ी घटना होती है, तब हमारी कोशिश रहती है कि हम दर्शकों को इसकी जानकारी दें. साथ ही, उन्हें भरोसेमंद स्रोतों से ही जानकारी मिले. ऐसे मामलों में, 'ताज़ा खबरें' शेल्फ़ सीधे आपके होम पेज पर दिखती है. इस शेल्फ़ में देश के अहम मुद्दों से जुड़े वे वीडियो दिखाए जाते हैं जिन्हें खबर देने वाले भरोसेमंद स्रोतों ने जारी किया है.
खोज के नतीजों में 'मुख्य खबरें' शेल्फ़
जब कोई दर्शक YouTube पर किसी खबर से जुड़े विषय के बारे में कुछ खोजता है, तो अक्सर उसे खोज नतीजों में सबसे ऊपर मुख्य खबरों का एक सेक्शन दिखता है. इसमें भरोसेमंद स्रोतों से मिली खबरें दिखाई जाती हैं.
होम पेज पर 'मुख्य खबरें' शेल्फ़
जब कोई दर्शक YouTube पर किसी खबर से जुड़े विषय के बारे में कुछ खोजता है, तो अक्सर उसे खोज नतीजों में सबसे ऊपर मुख्य खबरों का एक सेक्शन दिखता है. इसमें भरोसेमंद स्रोतों से मिली खबरें दिखाई जाती हैं.
जानकारी देने वाले पैनल से लोगों को ज़्यादा जानकारी मिलती है. इससे वे यह तय कर पाते हैं कि YouTube पर कौनसा कॉन्टेंट देखना है
पल-पल बदलती खबरों के बारे में जानकारी देने वाला पैनल
ऐसा हो सकता है कि जब खबरों में पल-पल कुछ नया जुड़ रहा हो, तब अच्छी क्वालिटी वाला वीडियो तुरंत उपलब्ध न हो. इसलिए, ऐसी खबरों के खोज नतीजों में, हम भरोसेमंद स्रोतों से मिली समाचार रिपोर्ट के लिंक दिखाते हैं.
पब्लिशर को मिले फ़ंड के बारे में जानकारी देने वाला पैनल
खबरों के स्रोत के बारे में ज़्यादा जानकारी देने के लिए, ऐसे पब्लिशर की जानकारी देने वाला सूचना पैनल दिखाया जा सकता है जिसे सरकार से या सार्वजनिक तौर पर फ़ंड मिलता है.
किसी विषय के बारे में सही जानकारी देने वाला पैनल
जिन विषयों के बारे में गलत जानकारी (जैसे, ईमेल के ज़रिए वोट देना) फैलने का खतरा रहता है उनके बारे में ज़्यादा संदर्भ देने के लिए, खोज नतीजों में सबसे ऊपर या किसी वीडियो के नीचे जानकारी वाला पैनल दिखाया जा सकता है. इससे किसी विषय के बैकग्राउंड के बारे में भरोसेमंद स्रोतों से बुनियादी जानकारी मिलती है
नागरिकों और चुनावों से जुड़ी मुख्य घटनाओं के दौरान, हमारी कोशिश रहती है कि हम भरोसेमंद स्रोतों से मिली जानकारी को ही बढ़ावा दें
हम अपने प्लैटफ़ॉर्म पर भरोसेमंद स्रोतों से जानकारी देने के लिए, प्रॉडक्ट की कुछ सुविधाओं को हमेशा चालू रखते हैं. इसके अलावा, ऐसा हो सकता है कि नागरिकों और चुनाव से जुड़ी मुख्य घटनाओं के दौरान जानकारी देने के लिए हम अतिरिक्त सुविधाएं भी लॉन्च करें.
उम्मीदवार के बारे में जानकारी देने वाले पैनल
कुछ चुनावों में, सभी संघीय उम्मीदवारों के लिए अतिरिक्त जानकारी उपलब्ध कराई जा सकती है. जैसे, उनके राजनैतिक दल से जुड़ी जानकारी. इसके अलावा, किसी उम्मीदवार के आधिकारिक YouTube चैनल को संबंधित चुनाव से जुड़ी जानकारी देने वाले पैनल में पिन किया जा सकता है.
राष्ट्रपति चुनाव के उम्मीदवारों की जानकारी, दाईं ओर मौजूद बड़े साइज़ वाले कार्ड में दिखाई जा सकती है.
वोटिंग के बारे में जानकारी देने वाले पैनल
जब दर्शक वोटिंग से जुड़े विषयों के बारे में खोजते हैं, तो उन्हें भरोसेमंद स्रोतों से मिलने वाली आधिकारिक जानकारी के लिंक दिख सकते हैं. जैसे, "वोट देने के लिए रजिस्ट्रेशन करने का तरीका" और "वोट देने का तरीका". यह जानकारी, तीसरे पक्ष के पार्टनर से ली जाती है या फिर ऐसे पार्टनर से ली जाती है जो किसी राजनैतिक दल का समर्थन नहीं करते. जैसे, Democracy Works.
चुनावों के नतीजों से जुड़ी जानकारी देने वाले पैनल
जब दर्शक चुनाव से जुड़े नतीजे खोजते या चुनाव से जुड़े वीडियो देखते हैं, तो उन्हें Google पर एक लिंक दिखता है, जिसका नाम “चुनाव के नतीजे” है. इसमें तीसरे पक्ष के भरोसेमंद स्रोतों से ली गई जानकारी शामिल होती है. जैसे, Associated Press.
वोटर के लिए रिमाइंडर देने की सुविधा
चुनाव के दौरान दर्शकों को समय से जानकारी देने के लिए, हम सीधे होम पेज पर ऐसे लिंक दिखा सकते हैं जिसमें वोट देने की प्रक्रिया के बारे भरोसेमंद जानकारी शामिल हो. जैसे, “चुनावों में वोट देने के लिए रजिस्ट्रेशन करने का तरीका”, “वोट देने का तरीका”, और “पोलिंग बूथ पर स्वेच्छा से काम करने वालों की सूची में शामिल होने का तरीका”.
YouTube, खबरों और राजनीति से जुड़ा कॉन्टेंट बनाने वाले क्रिएटर्स, और राजनैतिक सोच रखने वाले उम्मीदवारों को इनाम कैसे देता है और उन्हें सपोर्ट कैसे करता है?
YouTube अन्य प्लैटफ़ॉर्म के मुकाबले काफ़ी अलग है. हम 15 साल से भी ज़्यादा समय से रेवेन्यू के बंटवारे का मॉडल इस्तेमाल कर रहे हैं. हम इसे YouTube Partner Program (YPP) कहते हैं. साथ ही, इसमें शामिल क्रिएटर्स को हर महीने पेमेंट करते हैं.
हम अपने प्लैटफ़ॉर्म पर दी जाने वाली कमाई करने की सुविधा को काफ़ी अहम मानते हैं. अपने कॉन्टेंट से कमाई करने के लिए, क्रिएटर्स का YPP में शामिल होना ज़रूरी है.
YPP में शामिल होने के लिए, YouTube पर कमाई करने से जुड़ी नीतियों का पालन करना एक ज़रूरी शर्त है. इसमें हमारे कम्यूनिटी दिशा-निर्देश, सेवा की शर्तें, और Google AdSense program की नीतियां शामिल हैं. ये नीतियां, क्रिएटर के सिर्फ़ कुछ वीडियो पर नहीं, बल्कि पूरे चैनल पर लागू होती हैं. साथ ही, मंज़ूरी देने से पहले हम आवेदन करने वाले हर क्रिएटर के चैनल की समीक्षा करते हैं.
पिछले कुछ सालों में, हमने कमाई करने से जुड़ी ज़रूरी शर्तों को और भी सख्त बनाने के लिए कदम उठाए हैं. ऐसा इसलिए किया गया है, ताकि स्पैम करने वाले, किसी दूसरे के नाम पर काम करने वाले, और बुरे मकसद से काम करने वाले लोग या ग्रुप हमारे सिस्टम को नुकसान न पहुंचा सकें. इसके अलावा, ये लोग उन क्रिएटर्स का गलत फ़ायदा न उठा पाएं जिन्होंने सभी ज़रूरी शर्तें पूरी की हैं.
इस यूनीक मॉडल की वजह से, हम लंबे समय तक अपनी ज़िम्मेदारी को अच्छी तरह निभा पाएंगे. विज्ञापन देने वाले लोग या कंपनियां, दर्शक, क्रिएटर्स, और मीडिया पार्टनर, नुकसान पहुंचाने वाले कॉन्टेंट से जुड़े नहीं रहना चाहते.
YouTube Partner Program में राजनीति से जुड़ा कॉन्टेंट बनाने वाले क्रिएटर्स और उम्मीदवारों को बढ़ावा मिलता है
YouTube Partner Program के ज़रिए इन क्रिएटर्स को YouTube की बेहतर सुविधाओं और संसाधनों का ऐक्सेस मिलता है. इन क्रिएटर्स में खबरों और राजनीति से जुड़ा कॉन्टेंट बनाने वाले क्रिएटर्स और उम्मीदवार शामिल हैं. इससे उन्हें अपने दर्शकों तक आसानी से पहुंचने, उनके साथ मज़बूत रिश्ता बनाने, और अपने कारोबार/प्लैटफ़ॉर्म को आगे बढ़ाने और उसे सुरक्षित रखने में मदद मिलती है. इन सुविधाओं में ये शामिल हैं:
आपके लिए खास पार्टनरशिप टीम - YouTube पर क्रिएटर की मौजूदगी का बेहतर तरीके से इस्तेमाल करने, दर्शकों तक पहुंचने, और कम्यूनिटी से जुड़ने के लिए, स्ट्रटीजिक पार्टनर मैनेजर राजनैतिक कॉन्टेंट बनाने वाले क्रिएटर्स के साथ काम करते हैं.
रेवेन्यू पाने के अवसर - कमाई करने की अन्य सुविधाओं की मदद से उम्मीदवारों को हमारे प्लैटफ़ॉर्म अपना कॉन्टेंट बनाने के लिए बढ़ावा मिलता है.
YouTube पर राजनैतिक विज्ञापन दिखाना
Google और YouTube पर राजनैतिक विज्ञापन से जुड़े अलग-अलग कॉन्टेंट के लिए, हमारे पास कई नीतियां हैं. किसी वीडियो के राजनैतिक नज़रिए पर ध्यान दिए बिना, हम इन दिशा-निर्देशों को हर तरह के कॉन्टेंट पर लागू करते हैं. Google के ज़रिए दिखाए गए राजनैतिक विज्ञापनों को राजनैतिक विज्ञापन की पारदर्शिता रिपोर्ट में देखा जा सकता है.
Google Ads और YouTube की नीतियां हमारे उपयोगकर्ताओं, क्रिएटर्स, और विज्ञापन देने वाले लोगों या कंपनियों को सुरक्षित और बेहतरीन अनुभव के लिए साथ मिलकर काम करती हैं
बेहतर डिजिटल विज्ञापन नेटवर्क बनाने के लिए, Google के पास कई नीतियां हैं. जैसे, राजनैतिक कॉन्टेंट के बारे में नीति. YouTube जैसे Google के प्लैटफ़ॉर्म पर उपलब्ध कॉन्टेंट के साथ दिखाए जाने वाले विज्ञापनों पर ये नीतियां लागू होती हैं. इन नीतियों के बारे में ज़्यादा जानकारी के लिए यहां जाएं.
YouTube पर कोई विज्ञापन या कॉन्टेंट अपलोड करने से यह तय होगा कि उस पर कौनसी नीतियां लागू होंगी
Google की नीतियों के तहत, YouTube पर सभी विज्ञापन Google की विज्ञापन नीतियों के मुताबिक होने चाहिए. इसके अलावा, YouTube की कमाई करने से जुड़ी नीतियां भी हैं. इनसे यह तय होता है कि किस कॉन्टेंट से क्रिएटर्स कमाई कर सकते हैं. दूसरे शब्दों में कहें, तो इन नीतियों से यह तय होता है कि किस कॉन्टेंट पर विज्ञापन चलाए जाएंगे. “सीमित विज्ञापन या कोई विज्ञापन नहीं” पाबंदी वाले ऐसे कॉन्टेंट का एक उदाहरण यह है: ऐसा कॉन्टेंट जिसे किसी व्यक्ति या ग्रुप को नीचा दिखाने, उस पर निजी हमले करने, मानहानि, और बदनाम करने के मकसद से बनाया गया हो.
Google और YouTube की अलग-अलग नीतियां एक साथ मिलकर काम करती हैं, ताकि हमारे उपयोगकर्ताओं, क्रिएटर्स, और विज्ञापन देने वाले लोगों या कंपनियों को सुरक्षित और बेहतरीन अनुभव दिया जा सके.
YouTube पर विज्ञापन दिखाना | YouTube पर कॉन्टेंट दिखाना | |
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Google Ads से जुड़ी नीतियां | ||
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कमाई करने से जुड़ी YT की नीतियां |
टूल और संसाधन
YT ब्लॉग से
साल 2024 के चुनाव के बारे में जानकारी:
चुनाव में भरोसेमंद और सही जानकारी देने से जुड़ी नीति में हाल ही में हुए अपडेट:
- अमेरिका में होने वाले चुनाव के बारे में गलत जानकारी को फैलने से रोकने की हमारी रणनीति से जुड़ा अपडेट
साल 2022 के मिडटर्म चुनावों के बारे में जानकारी:
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YouTube पर, साल 2022 में अमेरिका में हुए मिडटर्म चुनावों के बारे में जानकारी
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साल 2022 में अमेरिका में हुए मिडटर्म चुनावों की जानकारी, YouTube पर कैसे उपलब्ध कराई गई
साल 2020 के चुनाव के बारे में जानकारी: